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ध्यान कैसे करें? (Step by Step मार्गदर्शन)

ध्यान कैसे करें? (Step by Step मार्गदर्शन) आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मन का शांत रहना बहुत ज़रूरी है। तनाव, चिंता और थकान से छुटकारा पाने के लिए ध्यान (Meditation) सबसे आसान और प्रभावी उपाय है। लेकिन अक्सर लोग पूछते हैं – ध्यान कैसे करें? कहाँ से शुरू करें? तो आइए इसे सरल तरीक़े से समझते हैं। 1. सही समय और स्थान चुनें सुबह का समय ध्यान के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। कोई शांत जगह चुनें जहाँ शोर-गुल न हो। अगर संभव हो तो रोज़ एक ही स्थान पर ध्यान करें। 2. आरामदायक मुद्रा में बैठें ज़मीन पर आसन (योगा मैट) बिछाकर पद्मासन या सुखासन में बैठें। यदि फ़र्श पर बैठना मुश्किल लगे तो कुर्सी पर भी सीधी पीठ के साथ बैठ सकते हैं। शरीर ढीला लेकिन सजग रहे। 3. आँखें बंद करें और साँस पर ध्यान दें धीरे-धीरे गहरी साँस लें और छोड़ें। अपने ध्यान को केवल सांसों की आवाज़ और लय पर केंद्रित करें। मन भटकने लगे तो धीरे से उसे फिर साँसों पर ले आएं। 4. विचारों को रोकें नहीं ध्यान का मतलब विचारों को जबरदस्ती रोकना नहीं है। बस उन्हें आते-जाते देखें, जैसे आसमान में बादल गुजरते हैं। धीरे-धी...

सांसों पर ध्यान कैसे करें?

सांसों पर ध्यान कैसे करें? हमारी सांसें ही हमारे जीवन का आधार हैं। लेकिन व्यस्त जीवनशैली के कारण हम कभी इन्हें सचेत होकर महसूस ही नहीं करते। ध्यान (Meditation) की सबसे आसान और प्रभावी विधि है सांसों पर ध्यान लगाना । यह तकनीक मन को शांत करती है, तनाव कम करती है और आत्म-जागरूकता बढ़ाती है। आइए जानते हैं इसे सही तरीके से कैसे करें। 1. सही स्थान और वातावरण चुनें किसी शांत जगह पर बैठें जहाँ शोरगुल न हो। आप फर्श पर आसन बिछाकर पद्मासन या सुखासन में बैठ सकते हैं। चाहें तो कुर्सी पर भी बैठ सकते हैं, बस रीढ़ सीधी रखें। 2. शरीर को स्थिर करें आँखें धीरे से बंद करें। हाथों को घुटनों पर रखें या गोद में रख लें। पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें ताकि कोई तनाव न रहे। 3. सांसों को महसूस करना शुरू करें अपनी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को देखें । सांस को न तो रोकें, न ही उसकी गति को बदलें। सिर्फ ध्यान दें कि हवा नाक से अंदर जा रही है और बाहर आ रही है। 4. मन भटकने पर वापस लाएँ ध्यान के दौरान मन में कई विचार आएंगे। जब भी आप महसूस करें कि ध्यान भटक गया है, धीरे-धीरे ध्यान वापस सांसों...

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आर्टिकल 1 – नया यूज़र बोनस क्या आप मोबाइल से पैसे कमाना चाहते हैं? 🚀 अब EarnEasy ऐप पर नया अकाउंट बनाते ही आपको मिलेंगे ₹50 वॉलेट कैश 🎁। बस साइनअप करें, कोड h9ETr3fm डालें और तुरंत बोनस पाएं। हर महीने आसानी से ₹3000 तक कमाई का मौका। 👉 अभी डाउनलोड करें: EarnEasy App https://play.google.com/store/apps/details?id=com.apps.earneasy&referrer=h9ETr3fm आर्टिकल 2 – घर बैठे कमाई आज के समय में हर कोई अतिरिक्त इनकम चाहता है। EarnEasy ऐप आपको देता है घर बैठे वॉलेट कैश कमाने का आसान मौका । नया अकाउंट बनाएं → ₹50 फ्री दोस्तों को रेफ़र करें → हर बार बोनस टास्क पूरा करें → कैश रिवॉर्ड हर महीने ₹3000 तक कमाई, वो भी सिर्फ मोबाइल से। 📱💸 डाउनलोड लिंक: EarnEasy App https://play.google.com/store/apps/details?id=com.apps.earneasy&referrer=h9ETr3fm आर्टिकल 3 – रेफ़रल से कमाई अगर आपके पास दोस्त, रिश्तेदार या स्टूडेंट नेटवर्क है, तो EarnEasy आपके लिए बेस्ट है। 👉 हर नए यूज़र को ₹50 का वेलकम बोनस 👉 हर रेफ़रल पर आपको बोनस इनकम 👉 महीने में ₹3000 तक ईज़ी कैश अपना रेफ़रल कोड...

श्रीमद्भगवद्गीता के 10 प्रसिद्ध श्लोक (संस्कृत मूल, हिन्दी अर्थ सहित) प्रस्तुत हैं:

1. कर्मण्येवाधिकारस्ते श्लोक: कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥ (अध्याय 2, श्लोक 47) भावार्थ: मनुष्य को केवल कर्म करने का अधिकार है, फल पर नहीं। फल की चिंता किए बिना कर्म करो। 2. आत्मा अमर है श्लोक: न जायते म्रियते वा कदाचि- न्नायं भूत्वा भविता वा न भूयः। अजो नित्यः शाश्वतोऽयं पुराणो न हन्यते हन्यमाने शरीरे॥ (अध्याय 2, श्लोक 20) भावार्थ: आत्मा न कभी जन्म लेता है और न कभी मरता है। शरीर नष्ट होने पर भी आत्मा नष्ट नहीं होती। 3. शांति का मार्ग श्लोक: ध्यायतो विषयान्पुंसः सङ्गस्तेषूपजायते। सङ्गात् संजायते कामः कामात्क्रोधोऽभिजायते॥ (अध्याय 2, श्लोक 62) भावार्थ: विषयों का चिंतन करने से आसक्ति होती है, आसक्ति से कामना और कामना से क्रोध उत्पन्न होता है। 4. ज्ञान योग श्लोक: वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरोऽपराणि। तथा शरीराणि विहाय जीर्णा- न्यन्यानि संयाति नवानि देही॥ (अध्याय 2, श्लोक 22) भावार्थ: जैसे मनुष्य पुराने वस्त्र त्यागकर नये वस्त्र पहनता है, वैसे ही आत्मा पुराने शरीर छोड़कर नया शरीर धारण करती है। ...

ध्यान: आंतरिक शांति और आत्म-जागरण की ओर यात्रा

ध्यान: आंतरिक शांति और आत्म-जागरण की ओर यात्रा आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मनुष्य बाहर की सुविधाएँ तो जुटा लेता है, लेकिन भीतर की शांति खो बैठता है। यही कारण है कि लोग तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में ध्यान (Meditation) एक ऐसा सरल उपाय है, जो हमें भीतर से संतुलित, शांत और ऊर्जावान बनाता है। ध्यान क्या है? ध्यान का अर्थ है—मन को एकाग्र करके उसे स्थिर करना। यह केवल आँखें बंद करके बैठ जाना नहीं है, बल्कि अपने विचारों के शोर को शांत कर आत्मा की गहराई से जुड़ना है। जब हम ध्यान में बैठते हैं, तो धीरे-धीरे मन की अनावश्यक हलचल कम होने लगती है और आंतरिक शांति का अनुभव होता है। ध्यान के लाभ मानसिक शांति – तनाव और चिंता को दूर करता है। शारीरिक स्वास्थ्य – रक्तचाप नियंत्रित होता है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। एकाग्रता में वृद्धि – पढ़ाई, काम और रचनात्मकता में मदद करता है। भावनात्मक संतुलन – क्रोध और नकारात्मक भावनाओं पर नियंत्रण आता है। आध्यात्मिक विकास – आत्म-जागरूकता और आत्मा से गहरा जुड़ाव होता है। ध्यान करने की सरल विधि शांत स्थान पर बैठें। र...